Sarva Pitru Amavasya 2021 : सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध विधि | सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध कैसे करे

2021-10-05 1

सर्वपितृ अमावस्या 6 अक्टूबर को सर्वार्थसिद्धि के साथ गज छाया योग बन रहा है। साथ ही ग्रह मंडल के तीन प्रमुख ग्रह हस्थ नक्षत्र में मौजूद रहेंगे। धर्मशास्त्रीय मान्यता में सर्वपितृ अमावस्या पर योग, नक्षत्र व ग्रहों की प्रबल स्थिति में कुतुप काल के समय पितरों के निमित्त तर्पण, पिंडदान कर ब्राह्मण भोजन, गाय, कौआ, श्वान को भोजन का भाग तथा भिक्षुकों को अनाज तथा तीर्थ पर वैदिक ब्राह्मण को वस्त्र, पात्र का दान करने से पितरों को उसका महा पुण्य फल प्राप्त होता है। साथ ही श्राद्धकर्ता की मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

Sarvapitri Amavasya on 6th October is becoming Gaj Chhaya Yoga with Sarvarthasiddhi. Also, three major planets of the planetary system will be present in Hastha Nakshatra. According to theological belief, yoga, constellations and planets are in a strong position on Sarva Pitru Amavasya during Qutup period, Brahmin food by donating Pind, portion of food to cow, crow, dog and grain to beggars and clothes to Vedic Brahmin on pilgrimage, By donating the pot, the ancestors get its great merit. Along with this, the desired result of the performer is attained.

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